Header Ads Widget

प्रयत्न_विजन की ज्ञान तुला पर 50 स्टूडेंट खरे उतरे निःशुल्क मिलेगी आईएएस अध्ययन की कोचिंग, इंटरव्यू में असफल रहने वाले छात्रों को दी गई अध्ययन सामग्री

#Vision_IAS प्रयत्न_विजन की ज्ञान तुला पर 50 स्टूडेंट खरे उतरे निःशुल्क मिलेगी आईएएस अध्ययन की कोचिंग आत्मविश्वास है सफलता का आधार : कलेक्टर इंटरव्यू में असफल रहने वाले छात्रों को दी गई अध्ययन सामग्री
Note: यह समस्त जानकारी छतरपुर कलेक्टर के ऑफिशियल फेसबुक पेज से ली गई है https://www.facebook.com/210563109704388/posts/1025483741545650/

बुंदेलखण्ड के छतरपुर जिले के शिक्षित नवयुवक एवं युवतियां जो आईएएस और पीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के इच्छुक है। उनकी स्वप्नील उम्मीद की बुनियाद न सिर्फ मजबूत हुई है अपितु उसे पंख भी लगा है। स्थानीय स्तर पर उच्च स्तरीय निःशुल्क कोचिंग सुविधा दिलाने के लिए कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के संवेदनशील एवं समर्पित प्रयास से छतरपुर शहर में प्रयत्न विजन कोचिंग संस्थान ने न सिर्फ आकार लिया अपितु अल्प समय में ही उसे साकार भी किया। जिले के इच्छुक 2 हजार 700 से अधिक छात्रों की लिखित ली गई। जिसमें उर्त्तीण छात्रों का द्वितीय चरण में साक्षात्कार लिया गया। दोनों को मिलाकर दक्षता परीक्षा के ज्ञान की तुला (कसौटी) पर 50 परीक्षार्थी सफल हुये है। इस अवसर पर प्रयत्न संस्थान की दीपाली और संस्थान के सहकर्मी भी उपस्थित थे। रविवार को ऑडिटोरियम छतरपुर में आयोजित प्रोत्साहन एवं पुरस्कार वितरण समारोह कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह औरमहाराजा छत्रसाल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. टी.आर. थापक की उपस्थिति में सफल रहे छात्रों का जहां सम्मान किया गया तो वही लिखित परीक्षा का प्रथम चरण दक्षता से उर्तीण करने वाले अभ्यर्थियों को प्रेरित करने और ज्ञान की लगन बनाये रखने के लिए प्रयत्न विजन की ओर से आईएएस कोर्स की अध्ययन सामग्री प्रदाय की गई।
कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने कहा कि किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए आत्मविश्वास का होना जरूरी है यही सफलता का मुख्य आधार है। सफल होने के लिए संसाधन का उपलब्ध नहीं होना बाधा नहीं है। महापुरुषों के जीवन चरित्र एवं आदर्शों से सफल होने की शिक्षा ग्रहण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि रूपये पैसे और परिवार की समस्या एंव चिंता को सफलता में बाधा नहीं बनने दे। सफल होने के लिए दैनिक लक्ष्य तय करें, कठिनाई एवं बाधाओं को हल करें और कक्षा में समझाइ गई बातों को ध्यान केन्द्रित करते हुए ग्रहण करें।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखण्ड में प्रतिभायें है उन्हें अवसर देकर दक्ष बनाया जाए तो निश्चय ही वह आगे बढ़ेगे। प्रयत्न विजन ने मेहनत से पीछे नहीं हटने वाले कर्मठ युवाओं के लिए स्तम्भ अवसर दिया है। अब यह युवाओं पर निर्भर है, वह इस अवसर का कितना लाभ लेते है। आपने इंटरव्यू में मात्र कुछ अंकों से पीछे रह गये और अंतिम रूप से चयनित स्टूडेंट से अपील करते हुए कहा कि छतरपुर की आन-बान और शान के लिए जी तौड़ मेहनत करें और सफलता नहीं मिलने तक पीछे नहीं हटे। स्टूडेंट के माता-पिता बच्चों को प्रोत्साहित करते रहे। स्टूडेंट ने कुछ बनकर दिखाने का संकल्प लिया और आश्वासन दिया कि हासिल होने तक मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी दूसरे व्यक्ति की इच्छा से नहीं बल्कि स्वयं की इच्छा से विषयों का चुनाव करें और पूरी समर्पण भावनाओं के साथ पढ़ाई करें। उन्होंने समझाया कि पढ़ने वाले छात्रों के लिए नहीं बल्कि नहीं पढ़ने वाले छात्रों के लिए प्रश्न-पत्र कठिन होते है। हमारी पढ़ाई एवं तैयारी कैसी है इस पर निर्भर करता है कि प्रश्न-पत्र सरल है या कठिन है। स्वयं का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इलाहाबाद एवं इंदौर विश्वविद्यालय में तथा म.प्र. लोक सेवा आयोग की परीक्षा में वह टॉप रहे है। यह उपलब्धि आत्मविश्वास और मैं कर सकता हूं की भावना से हासिल की गई। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में छतरपुर के स्टूडेंट राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करें। इस बात के लिए विद्यार्थी संकल्प ले और कोशिश करें। उन्होंने स्टूडेंट से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ जरूरी है कि स्वयं की कमजोरी को दूर करें, सकारात्मक सोचे और उपदेश देकर समय जाया नहीं करें। उन्होंने बताया कि देश के इतिहास में अमर महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, रविन्द्र नाथ टैगोर, राजा राममोहन राय, चंद्रशेखर आजाद ने देश की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहूती दी है, इसीलिए देश उनके आदर्शों को याद करता है। इसके विपरीत परिवार के साथ पीढ़ी के पुरखों के बारे में परिवार के कुछ ही लोग जानते है। क्योंकि उन्होंने समाज और देश के लिए कम किया है इसीलिए उन्हें नहीं जाना जाता है। इसीलिए जरूरी हम समाज और देश के लिए सदैव करते रहे जिससे आने वाली पीढ़ी हमे भी याद करती रही। कुलपति प्रो. टी.आर. थापक ने बताया कि जिला कलेक्टर ने जिले के युवाओं को सिविल सेवा में जाने का अवसर सुलभ कराने के लिए दिल्ली में काम कर रही छतरपुर की बेटी को इस क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कल्पनाओं की छलांग के बगैर संभावनाओं की गहराई नापी नहीं जाती। सफर के तलाश में निकलने वालो को ही मंजिल मिलती है। असफल होने पर पूरी ताकत से अगली उड़ान के लिए पूरी ताकत से तैयार रहे। सोये हुये जमीर को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए जगाये।
सम्मान एवं पुरस्कार समारोह में प्रयत्न विजन आईएएस संस्थान को मूर्तरूप दिलाने में समर्पित सहयोग देने वाले कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, एसडीएम राजनगर श्री डी.पी. द्विवेदी, लवकुशनगर श्री पियूष भट्ट, नौगांव श्री विनय द्विवेदी, बिजावर श्री राहुल सिलाड़िया, छतरपुर यू.सी. मेहरा तथा परीक्षा केन्द्रों के अध्यक्षों को लिखित परीक्षा कराने में दिये गये श्रेष्ठ सेवा के लिए सम्मानित किया गया। अगर आपको ऊपर दी गई जानकारी अच्छी लगी हो और आपकी हेल्प हुई हो, और आपको लगता है कि इस जानकारी को आपके साथ पढ़ने वाले दोस्तों को भी पता होना चाहिए, तो अपने दोस्तों को फेसबुक व्हाट्सएप और ईमेल पर Share करें और प्रशांत घुवारा ऑनलाइन हेल्प के बारे में बताएं।

Post a Comment

0 Comments